प्रिय पाठक,

समय की धारा बहते-बहते आज पाँच वर्ष बीत गए। मानो कल ही हमारे घर में बच्चे की पहली मुस्कान की मधुर ध्वनि गूँज उठी थी।

आज उसी प्रियन्या के पाँचवें जन्मदिवस पर हम कृतज्ञ हृदय से महाप्रभु के चरणों में नतमस्तक होते हुए इस पावन अवसर पर महाप्रभु के शुभागमन और अष्टमप्रहर नाम-संकीर्तन महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं।

कार्यक्रम-सारणी

बंगला तिथि – 12 अग्रहायण, शनिवार (अंग्रे.– 29 नवम्बर 2025)

घट उठोलन और मंगल दीप प्रज्ज्वलन के साथ अष्टमप्रहर नाम-संकीर्तन का शुभारम्भ।

संध्या में परम आनन्ददायी प्रसाद-सेवन।


बंगला तिथि – 13 अग्रहायण, रविवार (अंग्रे.– 30 नवम्बर 2025)

अष्टमप्रहर नाम-संकीर्तन का समापन। महाप्रसाद के पावन आयोजन के साथ हमारा यह आध्यात्मिक जागरण पूर्णता को प्राप्त होगा।

आराधना, आनन्द और आशीर्वाद के इस पावन उत्सव में आप एवं आपके परिवार को सादर आमंत्रण।

प्रियन्या की मुस्कान की तरह ही उज्ज्वल हो यह दिव्य मिलन का दिन — महाप्रभु के मधुर नाम की ध्वनि से हमारे अंतःकरण जागृत हों, और प्रेम-भक्ति की सुरलहरियों में सभी प्राणी एकाकार हों।